Gold Price Forecast 2025: इस साल सोने ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। 2025 की शुरुआत से अब तक इसमें लगभग 30% की तेजी देखी गई, लेकिन अब सोने के दाम गिरने लगे हैं। एक समय ऐसा आया जब सोना रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, लेकिन अब इसकी कीमतों में गिरावट से निवेशक और खरीदार दोनों असमंजस में हैं।
तेजी के बाद गिरावट का दौर शुरू
2025 की शुरुआत में सोने की कीमतों में लगातार तेजी देखी गई और इसने लगभग 30% तक का रिटर्न दिया। लेकिन अप्रैल के बाद से सोना धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगा। यह उतार-चढ़ाव लोगों के लिए चिंता का विषय बन गया है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्होंने निवेश या आभूषण खरीद के उद्देश्य से सोना लिया था।
महंगा सोना बना खरीदारों की परेशानी
सोने की कीमतों में तेजी के चलते आभूषण खरीदने वालों की जेब पर असर पड़ा। रिपोर्ट्स के अनुसार, 2025 की पहली तिमाही में ज्वेलरी खरीद में 25% की गिरावट दर्ज की गई। ये गिरावट बीते 16 साल में सबसे बड़ी बताई जा रही है। इस कारण से आम ग्राहक सोने की खरीद से दूरी बनाने लगे हैं। वहीं, ज्वेलर्स का कहना है कि लोग अब भारी आभूषणों की बजाय हल्के डिजाइन पसंद कर रहे हैं। शादी-ब्याह के मौसम में लोगों का बजट गड़बड़ा गया है।
निवेशकों के लिए भी चिंता का विषय
सोने में इस साल की शुरुआत में जो तेजी आई, उसका मुख्य कारण निवेशकों की लगातार खरीदारी थी। लेकिन अब जब दाम गिरने लगे हैं तो वही निवेशक घाटे में दिखने लगे हैं। आंकड़े बताते हैं कि 2025 की पहली तिमाही में पिछले 10 वर्षों की तुलना में 7% अधिक सोना निवेश के रूप में खरीदा गया।
कीमत ने छुआ था 1 लाख का आंकड़ा
इस साल अप्रैल के महीने में सोने की कीमतें ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गई थीं। 22 अप्रैल को जीएसटी जोड़ने के बाद सर्राफा बाजार में सोना 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊपर बिक रहा था। MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर भी सोने की कीमत 99,358 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई थी। हालांकि अब इसमें गिरावट आई है और सोने की कीमतों में 8% तक की गिरावट देखी गई है।
दिल्ली में क्या है ताजा रेट?
19 मई 2025 को दिल्ली के सर्राफा बाजार में 22 कैरेट सोना 86,240 रुपये और 24 कैरेट सोना 93,920 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था। वहीं MCX पर सोने का रेट 92,480 रुपये दर्ज किया गया, जबकि एक किलो चांदी की कीमत 95,297 रुपये रही।
इंडियन बुलियन एसोसिएशन के आंकड़े
इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक, 24 कैरेट सोना 92,880 रुपये और 22 कैरेट सोना 85,140 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है। वहीं चांदी की कीमत 95,490 रुपये प्रति किलोग्राम दर्ज की गई है।
क्या होंगे दिसंबर 2025 तक सोने के दाम?
सोने की कीमतें काफी हद तक वैश्विक परिस्थितियों पर निर्भर करती हैं। जानकारों की राय इस पर बंटी हुई है। फाइनेंशियल एक्सपर्ट जॉन मिल्स का मानना है कि साल के अंत तक अंतरराष्ट्रीय हालात सामान्य हो जाएंगे और टैरिफ वॉर भी समाप्त होगा, जिससे सोने की कीमतें गिर सकती हैं। उनका अनुमान है कि ग्लोबल मार्केट में सोना 1800 डॉलर प्रति औंस तक आ सकता है, जो भारतीय बाजार में 56,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास रहेगा।
वहीं दूसरी ओर, गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट इससे उलट है। उनका मानना है कि बाजार में अनिश्चितता अभी बनी रहेगी और सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं। गोल्डमैन के अनुसार, साल के अंत तक भारत में सोने के दाम 1,20,000 से 1,38,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच हो सकते हैं।
निष्कर्ष
2025 में सोना निवेश और आभूषण दोनों के लिए चर्चा में रहा है। इसकी तेजी और गिरावट दोनों ने आम उपभोक्ता और निवेशकों को प्रभावित किया है। आने वाले महीनों में इसकी दिशा अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों और बाजार की चाल पर निर्भर करेगी। ऐसे में निवेशकों को सावधानी और समझदारी से आगे बढ़ने की जरूरत है।